उत्तराखंड :  त्रिवेन्द्र कैबिनेट में आज लिये गये फैसले एक नजर में

उत्तराखंड :  त्रिवेन्द्र कैबिनेट में आज लिये गये फैसले एक नजर में 

देहरादून। त्रिवेन्द्र सरकार के शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने आज हुई कैबिनेट मीटिंग की जानकारी दी, जिसके अनुसार :-

1- कोविड-19 से सम्बन्धित बाॅर्डर पर क्वारन्टीन किए जाने सम्बन्धी मा0 उच्च न्यायालय के निर्देशों के क्रम में होने वाले व्यवस्थागत, संस्थागत समस्या की जानकारी मा0 न्यायालय को दी जाएगी।
सरकार ने कहा कि मुश्किल है आदेश का अनुपालन।

2- 15वें राज्य वित्त आयोग के अनुदान धनराशि का निकायों में वितरण दरों में परिवर्तन किया गया है।
ग्राम व क्षेत्र और जिला पंचायत में 35ः30ः35 को बदल कर क्रमशः 75ः10ः15 किया जाएगा।

कुल 852 करोड़ रूपए की धनराशि में से 575 करोड़ रूपए पंचायती राज एवं 278 करोड़ शहरी निकाय को दिया जाएगा।

3- उत्तराखण्ड जोत चकबन्दी नियमावली 2020 को मंजूरी पर भी सहमती दी गयी। इसके अन्तर्गत नाम, परिभाषा, नोटिस भेजना, अधिसूचना जारी करना, इत्यादि को स्पष्ट किया गया है।

4- पेयजल संस्थान के प्रबन्ध निदेशक पद की चयन प्रक्रिया में वार्षिक प्रविष्टि के लिए समय सीमा 08 वर्ष की जगह 05 वर्ष कर दी गयी।

5- मदिरा दुकानों के लाकडाउन में बन्द रहने की अवधि में फुटकर अनुज्ञापी के पिछले वित्त वर्ष मार्च माह में 10 दिन के नुकसान 34 करोड़ एवं 01 अप्रैल से 03 मई के बीच 195 करोड़ रूपए का भार सरकार उठायेगी।

6- राज्य वन्यजीव अवैध शिकार अपराध रोकथाम के लिए 14 पदों का सृजन किया गया। यह पद विभागीय पद होगा।

7- स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों के लिए बिना अवकाश 05 वर्ष की अनुपस्थिति पर सेवा समाप्त हो जायेगी।

8- सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग में लोक सेवा आयोग के माध्यम से सूचना अधिकारी के पद पर हिन्दी विषय की अनिवार्यता समाप्त की गयी।

9- सार्वजनिक वाहन व्यवसायियों के परमिट नवीनीकरण की फीस के छूट के अन्तर्गत 14 करोड़ 23 लाख की भरपाई सरकार करेगी।
रोड टैक्स में 03 माह की छूट के पश्चात 63 करोड़ 28 लाख रूपए की भरपाई भी राज्य सरकार करेगी।

10- सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय शिक्षा अभियान के एकीकरण के बाद समग्र शिक्षा अभियान चलाया जायेगा। जहां पहले कुल 2677 पद थे। अब पदों की संख्या 1959 की जाएगी।

11- पर्यटन विभाग के अन्तर्गत होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा को संरक्षण देने के लिए पानी पर लिए जाने वाले बिल जल मूल्य कर वृद्धि को 15 प्रतिशत की जगह अब 09 प्रतिशत ही लिया जाएगा।
इससे 01 करोड़ 87 लाख का व्यय भार राज्य सरकार पर आयेगा।

12- श्रम सुधार के अन्तर्गत उद्योगों द्वारा श्रमिकों को दिया जाने वाला मार्च माह का बोनस जो नवम्बर 2020 में देना था, अब इसे 31 मार्च 2021 तक दिया जा सकेगा। जो उद्योग फायदे में होंगे उन्हें 8.33 प्रतिशत बोनस भी देना होगा।

13- पर्यटन औद्योगिक ईकाइयों में कार्यरत् आॅटो रिक्शा चालक इत्यादि को एकमुश्त एक हजार रूपए खाते में दी जाएगी।
इससे 25 करोड़ का अधिभार राज्य सरकार पर पड़ेगा।

14- वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना, दीनदयाल होम-स्टे योजना में अपै्रल से जून तक ऋण ब्याज पर छूट दी गयी।

– प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सहमति की अवधि को एक वर्ष का विस्तार दिया गया जिस पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।

– आबकारी होटल, रेस्टोरेंट बार शुल्क में 03 माह की छूट दी गयी।

– नवीनीकरण, पंजीकरण शुल्क में 01 वर्ष की छूट दी गयी।

– मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास योजना लागू की गयी। इसके अन्तर्गत केन्द्र सरकार के बीच फण्ड के गैप की भरपाई राज्य सरकार करेगी।
बीज क्रय हेतु अन्य निगमों के अतिरिक्त कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर, टिहरी भरसार विश्वविद्यालय एवं आईसीएआर के लिए अनुमति दी गयी।

इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 के लिए कैबिनेट मंत्री हरक सिंह एवं मदन कौशिक की समिति बनायी गयी।

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