शहरी परियोजनाओं में शामिल 26 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड के निर्माण की तैयारी अब जमीन पर उतर चुकी है. प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके तहत रिस्पना और बिंदाल नदी किनारे की बस्तियों में मकानों पर लाल निशान लगाए जाने का काम शुरू हो गया है.
बता दें इस परियोजना की जद में करीब 2619 मकान आ रहे हैं, जिनमें से 1499 मकान बिंदाल नदी के किनारे और 1120 मकान रिस्पना नदी के पास स्थित हैं. इनमें अधिकांश कच्चे-पक्के मकान हैं, जहां पिछले कई सालों से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार रह रहे हैं.

उत्तराखंड सरकार का दावा है कि यह एलिवेटेड रोड देहरादून की ट्रैफिक समस्या को काफी हद तक कम कर देगी और शहर को एक नया रूप देगी. लेकिन जिन लोगों के आशियाने इसकी जद में आ रहे हैं, उनके लिए यह परियोजना एक संकट बनकर सामने आई है.