देहरादून। देहरादून की एकता विहार में गरीब मजदूरों का दर्द छलक पड़ा जब अतिक्रमण पर खड़े बड़े-बड़े पक्के घरों की दीवारों को छोड़ गरीबों की बस्ती और झोपड़ी पर प्रशासन का बुलडोजर चलते हुए देखा गया। विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी के आदेश पर अतिक्रमण को हटाया गया है।
“मैं गरीब जनता के साथ हूं ” – रितु खंडूरी
यह बात पूरी गंभीरता और स्पष्टता के साथ देवभूमि उत्तराखंड की अनुकरणीय व्यक्तित्व की प्रथम विधानसभा अध्यक्षा ऋतु खंडूरी ने देहरादून नगर निगम के कनिष्ठ कर्मचारियों द्वारा सरकारी भूमि पर सक्षम/अमीर लोगों द्वारा किए गए पक्के अतिक्रमण को ना हटाते हुए , गरीब मेहनतकश भारतीय हिन्दू मजदूरों की झोंपड़ियों को बुलडोजर द्वारा क्षतिग्रस्त करने और उन्हे आतंकित करने की शिकायत लेकर उनके पास न्याय हेतु पहुंची।

प्रभावित भारतीय हिन्दू मजदूर महिलाओं के संबंध में देहरादून नगर निगम के मेयर सुनील उनियाल गामा देहरादून की जिला जिला अधिकारी देहरादून नगर निगम के नगर आयुक्त को कही।
देहरादून नगर निगम के कर निरीक्षक राहुल कैंथोला द्वारा देहरादून के जिला अधिकारी और नगर आयुक्त के सभी प्रकार के अतिक्रमण को निष्पक्षता से हटाने के आदेश को नजरंदाज करते हुए, सरकारी भूमि पर सक्षम लोगों द्वारा किए गए पक्के अतिक्रमणों को छोड़ते हुए तूफान और भरी वर्षा की चेतावनी के बावजूद गरीब मेहनतकश मजदूरों को डरा धमका कर बुड़ोजर से क्षतिग्रस्त करना/हटाना वार्ड पार्षद , क्षेत्रीय विधायक और देहरादून नगरनिगम के मेयर, सुनील उनियाल गामा का इस संदर्भ में सहयोग करने से मना करना एक “सफेद पोश लैंड जिहाद” प्रतीत होता है ।