राहुल, सोनिया को भ्रष्टाचार के बारे में बोलने का नैतिक हक नहीं : भाजपा

दिल्ली।  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को नहीं भूलना चाहिए कि वे भ्रष्टाचार के आरोप में जमानत पर हैं और उन्हें इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने का नैतिक हक नहीं है।

भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी के नेतृत्व में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार देश के विकास का मार्ग प्रशस्त कर रही है। लेकिन इस देश में कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें जब तक कार्यों में विघ्न डालने का मौका नहीं मिलता, उन्हें असुविधा होने लगती है। कांग्रेस इसी विघ्न संतोषी मनोवृत्ति की पार्टी है।

त्रिवेदी ने कहा कि भारत की राजनीति में भ्रष्टाचार, परिवारवाद और घातक तुष्टिकरण से भरे हुए अल्पसंख्यकवाद के युग प्रवर्तक और सभी तथाकथित सेकुलर दलों के पथ प्रदर्शक कांग्रेस पार्टी यदा कदा प्रवचनों की मुद्रा में रहती है और किसी न किसी प्रकार से निराधार आरोप लगाने की चेष्टा करती है।

उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में कुल 90 करोड़ रुपये का ऋण था। ये ऋण कांग्रेस पार्टी का वो संगठन नहीं चुका सका था, जिसके 3 अखबार चलते थे। उसी समय राजीव गांधी फाउंडेशन को 100 करोड़ रुपये की सहायता पहुंचती है। मुस्लिम उपदेशक जाकिर नाइक की संस्था एवं चीन के दूतावास से भी आर्थिक सहयोग मिलता है। उन्होंने सवाल किया, “इतनी सारी आर्थिक सहायता राजीव गांधी फाउंडेशन को आप दिला सकते थे, तो नेशनल हेराल्ड को क्यों नहीं? इसका अर्थ है कि इधर भी धन संचित करना था, उधर ऋण की आड़ में बहुत बड़ी संपत्ति पर अपना अधिग्रहण करना था।”

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के वर्तमान और पूर्व अध्यक्ष भ्रष्टाचार के आरोप में आज जमानत पर हैं। क्या ये स्थिति कांग्रेस को किसी भी प्रकार का नैतिक आधार देती है कि वो देश के विषय में कुछ बोल सकें? विकास के मार्ग से देश का ध्यान भटकाने के लिए इस प्रकार की बातें की जा रहीं हैं जबकि उन्हें पता होना चाहिए कि उनकी खुद की ज़मीन उनके पांवों के नीचे से खिसक चुकी है।

उन्होंने महाराष्ट्र एवं गोवा के घटनाक्रम पर विपक्ष के आरोपों को लेकर एक प्रश्न के जवाब में श्री त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस अच्छी तरह से समझ ले कि डीडीएलजे का मतलब होता है कि दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे लेकिन महाराष्ट्र तो में ‘दिल वाले दुल्हनिया ले गये’ और पैसे वाले देखते रह गये। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस की हालत क्यूएसक्यूटी यानी ‘कयामत से कयामत तक’ वाली हो गयी है।

मांस के बिक्री पर उत्तर प्रदेश सरकार के रोक के निर्णय को लेकर आलोचना का जवाब देते हुए श्री त्रिवेदी ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सरकार जैन पर्व के दौरान 15 दिनों तक विभिन्न क्षेत्राें में मांस बिक्री पर रोक लगाती रही थी। इसलिए इस विषय पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।

 

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