नैनीताल। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष वरिष्ठ अवतार सिंह रावत जुझारू आंदोलनकारी भी हैं। वे हमेशा उत्तराखंड के अधिकारों को समर्पित कर रहे हैं।
डी एस बी कॉलेज नैनीताल से बी एस सी व एम एस सी करने के बाद उन्होंने दिल्ली विश्व विद्यालय से वकालत की डिग्री हासिल की। वकालत के दौरान वे दिल्ली विश्व विद्यालय में इंटरनेशनल स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष रहे। साथ ही एन एस यूआई के कई पदों में भी रहे। उन्होंने अपनी वकालत दिल्ली हाईकोर्ट में शुरू की और बाद में सुप्रीम कोर्ट में भी प्रेक्टिस करने लगे। उत्तराखण्ड बनने के बाद वे उत्तराखण्ड हाईकोर्ट में प्रेक्टिस करने लगे। कांग्रेस सरकारों में वे वरिष्ठ अपर महाधिवक्ता व पद्धति सलाहकार (कैबिनेट मंत्री स्तर) रहे हैं।
1994 के कुछ समय बाद जब पृथक राज्य आंदोलन को पड़ने लगा तो अवतार सिंह रावत जंतर मंतर दिल्ली में धरना प्रदर्शन करते रहे और महीने में दो दिन उनके नेतृत्व में बड़ी रैलियों का आयोजन हुआ।
उत्तराखण्ड हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का अध्यक्ष बनने के बाद अपनी प्राथमिकताओं के बारे में उन्होंने कहा कि अधिवक्ता चेम्बर का निर्माण शीघ्र पूरा करवाकर उसमें अधिवक्ता के लिए आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि दो मामलों की सुनवाई के लिए पूर्व में अर्जेन्सी दायर की गई थी जिसे बन्द कर अब कोर्ट के समक्ष मेंशन करने का नियम बना दिया गया है। जिससे अधिवक्ता खुश नहीं हैं। इसलिए पुरानी व्यवस्था बनाये रखने के लिए मुख्य न्यायधीश से अनुरोध किया जाएगा। साथ ही बार व पट के बीच मधुर सम्बन्ध स्थापित कर अधिवक्ता गोपनीयता की सुरक्षा की जाएगी। साथ ही शासन स्तर की समस्याओं के लिए भी शीघ्र प्रयास शुरू होंगे। उन्होंने अधिवक्ता द्वारा किए गए सहयोग के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हाईकोर्ट बार की गरिमा और रिटर्न बनाए रखा जाना चाहिए।)