देहरादून। टीएसआर-2 शासन ने आज एक पीसीएस अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट को टीएसआर-1 में सौंपी गयी आईएएस स्तर की महत्वपूर्ण सीट सूचना महानिदेशक से उन्हें हटाकर कड़क और ईमानदार छवि वाले कुशल आईएएस रणवीर सिंह चौहान को सूचना महानिदेशक के पद की भी जिम्मेदारी सौंप दी है। इन दोनों अधिकारियों के सम्बंध में आदेश शासन से जारी हो गया है।
इस परिवर्तन से माना जा रहा है कि तीरथ सिंह रावत (TSR-2) सरकार सही जगह पर हिट कर भ्रष्टाचारियों को किनारे लगाने की दिशा में अग्रसर है और अब लगता है स्वच्छ छवि के अधिकारियों को ही प्राथमिकता दी जायेगी।
पत्रकारों के एक चाटुकार गुट को छोड़कर सभी पत्रकार संगठनों ने उम्मीद जाहिर की है अब पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ कई वर्षो से बहुप्रतीक्षित समाचारपत्रों की सूचीबद्धता जो किसी न किसी षडयंन्त्र का शिकार होती रही है अब परवान चढ़ सकेगी और बेवपोर्टलों के 18 मार्च को होने वाले ई-टेण्डर प्रक्रिया भी बिना किसी लागलपेट के सम्पन्न हो सकेगी।

ज्ञात हो कि सूचना जैसे महत्वपूर्ण विभाग में जनता को आईना दिखाने वालों से भी मोटी दलाली के बल पर वारे करोंडों के वारे न्यारे किये जा चुके थे और कुछ खास किस्म के दलाल सक्रिय हो गये थे साथ ही पत्रकारिता के क्षेत्र में गन्दी राजनीति फैलाने वालों का जमघट लगा रहता था, जिसकी शायद अब दाल नहीं गल सकेगी और स्वच्छ पत्रकारिता को सम्मान मिल सकेगा। अब मेहरबान सिंह की एक विशेष गुट को मिलने वाली मेहरबानियों पर विराम लगेगा ऐसी सम्भावना प्रबल हो गयी है।
सूत्रों की अगर यहाँ माने कि अभी खनन जैसे महत्वपूर्ण विभाग से भी उक्त अधिकारी का पत्ता साफ होना है। बताया जा रहा है कि भूमाफियाओं से गहरी साँठगाँठ के चलते करोंडों का जुर्माना भी अनेकों मामलों में माफ कलके राजस्व को चूना भी इन्हीं महाशय द्वारा लगाया जा चुका है क्योंकि साहब बैधड़क हाथरसी बने हुये थे।