डीजीपी अशोक कुमार पहुँचे नैनीताल, पुलिस अधिकारियों व जवानों से की वार्ता


(गुंजन मेहरा)
नैनीताल। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार प्रथम बार नैनीताल आगमन पर पुलिस लाइन प्रांगण में उनके पहुंचने पर सिपाहियों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। तत्पश्चात डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस सम्मेलन में मौजूद कुमाऊ के अधिकारी और पुलिस जवानों की समस्याओं को सुना। जिसमें पुलिस अधिकारी और जवानों द्वारा ड्यूटी के दौरान हो रही अपनी परेशानियों को बताया। डीजीपी द्वारा भी समस्याओं का जल्द निस्तारण करने का आश्वासन दिया गया।
इस दौरान पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने पुलिस लाइन सभागार में पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा महाकुंभ की तैयारियों को उत्तराखंड की पुलिस पूरी तरह से तैयार है। और अब तक लगभग 4000 पुलिसकर्मियों कुंभ ड्यूटी के लिए प्रशिक्षण कर चुके है। और कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए कुंभ का स्वरूप क्या होगा यह सरकार के तय करने के बाद पुलिस महाकुंभ के लिए तैयार है। अशोक कुमार का कहना था साइबर क्राइम ऑनलाइन होने की वजह से उसका अपराधी भी ऑनलाइन है। उसको सलाखों के बीच पीछे भेजना भी एक चुनौती है। लेकिन इसको लेकर पूरे प्रदेश में 4 हजार पुलिस काम कर रही है और नशा अपने पैर पसार रहा है उसको रोकना पुलिस के लिए चुनौती है। प्रदेश में जितने भी लंबित प्रमोशन है उनकी बाधाओं को दूर करने के पश्चात लगभग डेढ़ हजार से अधिक पुलिस नियुक्तियां की जाएंगी और पहाड़ों में ड्यूटी करने वाले पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों को शहरों की अपेक्षा 50% ही अपनी सेवा देनी है। पहले 16 साल पहाड़ों में पुलिस महकमे के अधिकारियों और पुलिस को बिताने पड़े।
इस मौके पर आईजी कुमाऊं अजय रौतेला, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, अपर पुलिस अधीक्षक राजीव मोहन, अमित श्रीवास्तव, क्षेत्राधिकारी विजय थापा, कोतवाल अशोक कुमार सिंह, थाना अध्यक्ष तल्लीताल विजय मेहता, सहित अन्य पुलिस अधिकारी और पुलिस मौजूद थे।